इस्तिगफार की फ़ज़ीलत

 السلام عليكم ورحمة الله وبركاته

بسم الله الرحمن الرحيم

इस्तिगफार की फ़ज़ीलत और हसन बसरी रहीमहुल्लाह ने इस्तिगफ़र के चार फायदे बतलाए 

इस्तिगफफार की बहूत ही ज्यादा फ़ज़ीलत क़ुरआन और अहादीस के उंदर आई है। अगर कोई इंसान अपनी जिंदगी में इस्तेगफार को लाजिम पकर लेता है तो वोह  अपनी जिंदगी में बहूत सारी बरकते देखता हे।

 आयये हम एक वक़िया देखते हे जिसे पढ कर हम खुद अंदाजा लगा सकते हैं के इस्तिगफार की बरकते कितनी ज्यादा हे

 इस्तिगफार किस को कहते हैं 

अल्लाह रब्बुल आलमीन से अपने गुनाहो की माफ़ी मांगना इस्तेगफार कहलाता हे 

इस्तिगफार किन अल्फ़ाज़ में करना चाहये

 आप अस्तगफिरुललाह (अल्लाह मेरे गुनाह को माफ़ करदे) पढ सक्ते हो। 

रब्बिग फिरली (मेरे रब मेरे गुनाह को माफ करदे) पढ सकते हो।
 

आप कुरआन और अहादीस के उन अल्फाज का इस्तिमाल कर सकते हो जिस्का मतलब ये निकल्ता हो के अल्लाह मूजे माफ करदे। 

या फिर आप अपनी जुबान में इस्तिग्फार कर सकते हो जैसे के आप कहे अल्लाह मेरे गुनाहों को माफ करदे ।


 हसन बसरी रहीमहुल्लाह जो के ऐक बहुत बडे आलिम थे
उनके जमाने का वाक़्य हे के 

उनके पास  शख्स ने आकर  कहत शालि की शीकायत की आपने कहा इस्तिगफार करो

फिर किसी दुसरे शख्स ने आकर शीकायत की के औलाद नहीं हो रही है तो आपने कहा  इस्तेगफार करो
 

तिसरे  शख्स ने आकर बाग के खुश्क  होने की शीकायत की तो आपने कहा इस्तिगफार करोक

फिर एक शख्स ने आकर गरीबी की शिकायत की तो आपने कहा इस्तिग्फार करो 

जबी एक शख्स  ने आप से पूछा के चार आदमी आपके पास अलग अलग सवाल लेकर आए और आपने चारो आदमियो को एक ही जवाब दिया के इस्तेगफार करो तो आपने कहा ये बात (नुस्खा)  मे ने अपनी तरफ से नही बताया हे बल्के अल्लाह ने बतलाया हे।

फिर आपने सुरेह नुह की आयत नं.10-13 की तिलावत की 

आयत का तर्जुमा ये है
 

नूह अलैयहिस्सलाम ने अपनि कौम से कहा के तुम अपने रब से इस्तिग्फार करो बेशक अल्लाह बहुत बख्शने वाला हे 
वो तुम पर  आसमान से खूब बारिश बरसायेगा ।तुम्हें माल में और औलाद में तरककी देगा 
और तुम्हें बागात देगा और तुम्हारे लिए नेहरो को निकाल देगा
 

हवाला :- अहसनुल बयान

 पता ये चला के हसन बसरी रहीमहुल्लाह ने इस्तिगफार के 4 फायदे बतलाए। 
और वो ये हे 

1)गरीबी का दूर होना;

आज हम्मे से बहुत सारे लोग गरीबि की शीकायत करते हे के में गरीब हु उनको चाहये के वो इस्तिगफार करे क्यू के इस्तेगफार करने की वझह से अल्लाह रब्बुल आलमिन उनकी गरीबी को दूर करडदेगा

 2) औलाद जैसी नेअमत का मिलना:-

 औलाद अल्लाह की ऐक बहुत बरी नेअमत हे। अगर किसी के यहा औलाद न हो रही हो तो वो तड़प जाता है और तरह तरह की दवाइयां खाते है । ऐसे शख्स को चाहये के वो इस नुस्खे को आजमाये क्यू के इस्तिगफार करने की वजह से अल्लाह रब्बुल आलमिन उसे औलाद जेसी अजीम नेअमत से नवाजेगा 

3) तिजारत में तरक्की होना: - 

जो लोग शिकायत करते हैं के तिजारत में नुक्सान हो रहा हे और जिन्को तिजारत में तरक्की चाहये उन है  चाहये के वो अल्लाह से इस्तिगफार करे। 
क्यूके इस्तिगफार करने की वझह से अल्लाह  तिजारत में तरककी देगा 

4)कहत साली का खतम होना:-

अगर कहत साली है तो इस्तिगफार करना चाहये क्यूके इस्तिगफार करने की वजह से अल्लाह कहत सालि को दूर कर देगा 

अगर आप चाहते हो के  आपको भी औलाद जेसी अजीम नेअमत मिले, आपकी तिजारत में बरकत हो, आपकी गरीबी दूर हो, कहत साली खतम हो तो अपको इस्तिगफार वाला नुस्खा जरूर अपनि जिंदगी में नाफिज करना चाहिए 

अल्लाह हम सबको उसकी तमाम नेअमतो से नवाजे आमीन
 

लेखक:- मौलाना वसीम मुहम्मदी नाज़िरी, गुजराती 
संपर्क नं.7019687613

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